प्यारे साथियों नमस्कार स्वागत है, आप सभी लोगों हिंदी व्याकरण का एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण टॉपिक जिसका नाम होता है, 'ling kise kahate hain' लिंग यानी इसमें आपके बोर्ड एगजाम में किस प्रकार से क्वेश्चन पूछा जाता है, लिंग पहचानने के लिए आपसे कहेगा कि आप लिंग निर्णय करिए कि कौन सा शब्द कौन सा लिंग है।
ling kise kahate hain' लिंग का मतलब क्या होता है बच्चों चिन्ह
आप सभी लोग अंत तक को जरूर पढे क्योंकि अंत तक पढने के बाद आपको बहुत सारी चीजों का नॉलेज होगा कि लिंग निर्णय किस आधार पर किया जा सकता है,
आइए सबसे पहले हम लोग समझते हैं, कि लिंग होता क्या है लिंग देखो बच्चों लिंग में अगर हम बात करते हैं आप सभी लोग इसे बचपन से पढ़ते आ रहे हैं,
संज्ञा के जिस शब्द से यह पता चले कि वह पुरुष जाति का है,
अथवा स्त्री जाति का है उसे लिंग कहते हैं अगर लिंग के हम अर्थ की बात करें कि लिंग का मतलब एक्चुअल में होता क्या है तो इसका मतलब होता है जी चिन्ह क्या होता है चिन्ह लिंग का मतलब क्या होता है बच्चों चिन्ह हो जाता है जिस चिन्ह से हमें यह पता चल जाए कि भाई कौन पुरुष जाति के लिए है और कौन स्त्री जाति के लिए है कौन स्त्री जाति के लिए है तो कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि पुरुष जाति और स्त्री जाति के लिए जिस चिन्ह का प्रयोग हम करेंगे उसे हम क्या कहते हैं लिंग और देखिए पुरुष जाति वाला जो लिंग होता है उसको हम लोग क्या कहते हैं पुलिंग कहते पुल्लिंग या पुलिंग और स्त्री जाति के लिए प्यारे साथियों क्या कहते हैं हम स्त्रीलिंग वैसे तो अंग्रेजी में चार प्रकार के लिंग होते हैं अंग्रेजी में चार प्रकार के लिंग होते हैं संस्कृत में तीन प्रकार के लिंग होते हैं परंतु हिंदी व्याकरण के अंदर हिंदी में दो प्रकार के लिंग होते हैं ठीक है इसको याद रखने की जरूरत सीधी सधी बात है हिंदी हिंदी दो शब्दों में है तो दो प्रकार के भी लिंग होते हैं तो हिंदी में कितने प्रकार के लिंग हमें पढ़ने होते हैं साथियों दो प्रकार का एक पुल्लिंग और एक स्त्रीलिंग पुरुष के संबोधन के लिए जिस चिन्ह का प्रयोग होगा पुरुष जाति के संबोधन के लिए जिस चिन्ह का प्रयोग करेंगे उसे हम पुलिंग कहते हैं और स्त्री जाति के लिए जो करेंगे उसे क्या कहते हैं जी स्त्रीलिंग कहते हैं इसके अलावा निर्जीव में भी कई सारी चीजें होती है जिसके बोध बोधन के लिए जिसको संकेत करने के लिए जिसके लिए हम चिन्ह का प्रयोग करते हैं उसमें भी पुल्लिंग और स्त्रीलिंग होते हैं यह सिर्फ सजीव में ही नहीं होते हैं निर्जीव में भी होते हैं सिर्फ सजीव में यह नहीं होता निर्जीव में भी होता है जैसे अगर मैं आप से कहूं एक लड़का की बात करूं तो लड़का बताइए क्या है लड़का क्या बन जाएगा पुलिंग बन जाएगा ध्यान रखिएगा सभी लोग लड़का क्या हो जाएगा पुलिंग बन जाएगा लड़का पुलिंग यह सजीव हो गया यह क्या हो गया सजीव सॉरी हां ठीक है और अगर मैं आपसे कहता हूं मकान निर्जीव में मकान यह भी क्या हो गया पुल्लिंग हो गया अगर मैं यहां पर लिख दूं कि भाई यह पुल्लिंग है तो आप सभी लोग गौर करिएगा समझिए लड़का लड़का कहने से पूरे पुरुष जाति का बोध हो रहा है तो यह हमारा सजीव में हो गया अब यह सिर्फ सजीव में ही नहीं होते हैं निर्जीव में भी होते हैं यह निर्जीव में भी होते हैं इस बात को ध्यान रखिएगा आप सभी लोग यह सजीव के साथ-साथ निर्जीव में भी होते हैं यह सजीव के साथ-साथ निर्जीव में भी होते हैं सजीव के साथ-साथ हा निर्जीव में भी होते हैं अब अगर इसी का हम अगर स्त्रीलिंग रूप देखें स्त्रीलिंग तो लड़का के लिए हम स्त्रीलिंग में क्या इस्तेमाल करते हैं बच्चों लड़की क्या हो जाएगा लड़की और मकान है तो इमारत क्या कह लेंगे इमारत तो इस प्रकार से एक चीज तो हमें दिमाग में सेट कर लेना है कि सिर्फ सजीवों में ही स्त्रीलिंग और पुल्लिंग नहीं नहीं होते हैं सिर्फ सजीवों में ही पुल्लिंग और स्त्रीलिंग नहीं होते हैं निर्जीव वस्तु में भी होता है और इसके अलावा भी कई ऐसे भाववाचक शब्द होते हैं कई ऐसे भाव होते हैं जो हमारा पुल्लिंग और स्त्रीलिंग का बोध कराएगा अगर आप भाव में प्रवेश करना चाहे अगर आप भाव में प्रवेश करना चाहे तो आपके पास सबसे बड़ा एक एग्जांपल हम दे सकते हैं प्यार और मोहब्बत प्यार और मोहब्बत प्यार जो है वो पुल्लिंग में चला जाता है और मोहब्बत जो है स्त्रीलिंग में चला जाता है तो ध्यान रहे सजीव के साथ-साथ निर्जीव के साथ-साथ भाववाचक बहुत ऐसे शब्द होंगे बहुत ऐसी संज्ञा होंगी जिसको हम पुल्लिंग और स्त्रीलिंग प वर्गीकृत कर सकते हैं साथियों अब हम पढ़ने जा रहे हैं इतना तो हमारा तय हो गया इतना तो तय हो गया कि हमें हिंदी में दो ही लिंग पढ़ने और हिंदी में दो ही लिंग होते हैं स्त्रीलिंग और पुलिंग अब हम पढ़ने जा रहे हैं इसकी कुछ नियम को जैसे हमारे सामने कुछ नियम है देखिए पहचानने की जहां तक बात आती है तो प्यारे बच्चों मैं आपको एक बहुत रामबाण इलाज बताता हूं लिंग पहचानने में कई बच्चे कंफ्यूज होते हैं बिल्कुल सही बात है व्याकरण की पुस्तकें कहती हैं कि यहां पर आपको सावधानी बरतनी पड़ेगी तो वास्तविकता है कि हमें आपको सभी लोगों को शब्द शब्दों के कई सारे कई सारे रूप होते हैं अलग-अलग शब्दों में शब्द हमारे सामने आएंगे तो हमें पुल्लिंग और स्त्रीलिंग की पहचान करने में थोड़ी कठिनाइयां जरूर होंगी लेकिन कुछ ट्रिक के माध्यम से हम उसे आसान जरूर बना सकते हैं और अगर इसका सबसे अच्छा रामबाण इलाज समझना है तो वाक्य बना कर के वाक्य विधि के द्वारा जिस प्रकार से हम कर सकते हैं लिंग का निर्णय वह बहुत आसान होता है उसमें कुछ भी हमें रटने की और याद करने की जरूरत नहीं पड़ती है परंतु 100% वाक्य से भी कई बार बच्चे परेशान हो जाते हैं नहीं कर पाते हैं 100% तो कुछ नियम का ही सहारा ले लीजिए आप लोग भी जिसके माध्यम से आप इस वीडियो को देखने के बाद काफी हद तक लिंग निर्णय आसानी से कर पाएंगे वैसे तो यह अनुभव और प्रैक्टिस की चीजें जरूर है बार-बार प्रैक्टिस करना पड़ेगा शब्दों के लिए जैसे देखिए यह पुलिंग है कुछ हमारे सामने य पुलिंग दिया गया है जैसे पिता पुत्र दादा नाना मामा मौसा सोनार लोहार नायक गायक हाथी ऊंट हंस मोर अब इसका अगर स्त्रीलिंग रूप हमें देखना है तो यह हम क्या करते हैं अब यह पुरुष जाति का बोध हो रहा है इससे हम स्त्रीलिंग में स्त्री का बोध करा देंगे स्त्री जाति का तो पिता से क्या बन गया माता य स्त्रीलिंग हो गया पुत्र का क्या हो गया पुत्री दादा का क्या हो जाता है दादी नाना नानी तो इस प्रकार के जो शब्द है वैसे स्त्रीलिंग हो जाते हैं और यह पुलिंग हो जाते हैं मामा मामी आप ऐसे ही समझ रहे हो कि मामी फीमेल होती है मौसा मौसी सुनार के लिए क्या लगा लीजिएगा सुनारी लोहार के लिए क्या हो जाएगा लोहारन लोहारन ऐसे ही होता है ना जी नायक है तो नायिका स्त्रीलिंग शब्द में और गायक है तो गायिका हाथी के लिए क्या होता है हथनी हाथी के लिए हथिनी ऊंट के लिए ऊंटनी होता है हंस के लिए हंसिनी होता है हंसिनी मोर के लिए मोरनी होता है तो ये देखिए प्यारे साथियों ये हमने पुलिंग ऑलरेडी किया है और ये हमारा स्त्रीलिंग रूप हो गया तो हम इस प्रकार से भी कई ऐसे शब्द होते हैं जिसको आसानी से पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के हिसाब पर समझ सकते हैं कि किस प्रकार के शब्द हमारे पुल्लिंग होते हैं और किस प्रकार के शब्द हमारे स्त्रीलिंग होते हैं तो गायिका नायिका लेखिका यह सब जो होता है यह हमारे स्त्रीलिंग शब्द होते हैं क्लियर है अब थोड़ा-थोड़ा पहले देख लीजिए लिंग निर्णय के कुछ सामान्य नियम में जैसे देखिए कुछ जो कुछ हम कह सकते हैं जैसे हमारे सामने कुछ जीव हो जाते हैं ना कुछ जीव हो जाते हैं जो पुलिंग और स्त्रीलिंग में उनकी पहचान कैसे की जाती है देखिए झिंगुर भालू चीता भेड़िया गिरगिट सांप मच्छर यह पुलिंग में जरूर है ठीक है लेकिन जब इसका हमें स्त्रीलिंग लिखना पड़े तो इसके शब्द में हमें मादा लगाना पड़ जाता है मादा झिंगुर मादा झींगूर मादा भालू तो कुछ शब्द ऐसे होते हैं जानवरों के जो हमेशा पुलिंग होते हैं ये ऐसे में क्या है पुलिंग है लेकिन अगर इसका स्त्रीलिंग दिया रहेगा तो हमें ऐसे ही समझ में आ जाएगा मादा चीता मादा भेड़िया मादा गिरगिट तो इस प्रकार से हम इसका भी आराम से लिंग निर्णय कर पाते हैं हम इसका भी प्यारे साथियों आराम से लिंग निर्णय कर पाते हैं जी कुछ जीव ऐसे होते हैं जिनका पुलिंग हमेशा वह पुल्लिंग में ही होते हैं वह शब्द हमेशा पुल्लिंग के होते हैं लेकिन हमें स्त्रीलिंग में बदलने के लिए क्या करना पड़ता है मादा शब्द का इस्तेमाल करना पड़ता है मादा शब्द का प्र प्रयोग करना पड़ता है प्रयोग करना पड़ता है अगर कभी पूछ दे अगर कभी पूछ दे कि भाई भालू का स्त्रीलिंग क्या होगा तो भलुनी भलुनी थोड़ी करेंगे भालू का स्त्रीलिंग क्या हो गया मादा भालू इसमें मादा शब्द का इस्तेमाल कर दि भेड़िया का तो भेड़िया नहीं करेंगे नहीं मादा भेड़िया लिख देंगे कभी अगर ऐसा पूछता पूछता भी है आगे देखिए कुछ द्वंद समास जो होते हैं ना अब मैं समास आपको पढ़ा दिया हूं समास आप सीख चुके हैं द्वंद समास होते हैं अगर वह प्राणी वाचक हो चाहे अप्राम वाचक हो सजीव जगत के हो चाहे निर्जीव जगत के हो अगर द्वंद समास है तो अंतिम जो नाम होगा अंतिम संज्ञा होगा उसके अनुसार हम उसको पुल्लिंग अथवा स्त्रीलिंग कहेंगे जैसे मान लीजिए जैसे दे दिया माता-पिता माता-पिता में दो संज्ञा है एक माता और एक पिता दो नाम हमको दिख रहा है हमें अंतिम से पता चलेगा अंतिम में क्या दिया है पिता तो पिता पुल्लिंग होता है इसलिए ये पूरा का शब्द ये जब पिता हमारा पुल्लिंग शब्द है तो इस प्रकार में माता-पिता पूरा क्या हो जाएगा पुल्लिंग क्योंकि अंतिम शब्द के आधार पे हमारा ये हो जाएगा जैसे मान लीजिए कि सीताराम सीताराम दे दिया सीताराम कौन सा लिंग है तो हमें यह देखना होगा कि भाई अंतिम जो शब्द है यह राम क्या है राम तो पुल्लिंग शब्द है राम क्या है बच्चों पुल्लिंग शब्द है इस आधार पे ये पूरा जो शब्द है ये हमारा क्या हो जाएगा पुलिंग क्या हो जाएगा पुलिंग हो जाएगा जैसे मान लीजिए हमने कह दिया भाई बहन क्या कह दिया भाई बहन तो भाई बहन बहन यहां पे स्त्रीलिंग हो गई बहन यहां पे स्त्रीलिंग हो गई तो पूरा शब्द क्या हो जाएगा स्त्रीलिंग कहलाएगा लेकिन अगर यही मान लीजिए कि बहन भाई कर दिया अगर लिख दिया बहन भाई बहन भाई लिखा हो तो भाई हमारा यहां पे क्या हो गया प्यारे बच्चों पुलिंग हो गया इसलिए बहन भाई पूरा हमारा क्या कहलाएगा पुल्लिंग कहलाए ठीक है अंतिम अंतिम संज्ञा के अनुसार ही हम पुल्लिंग अथवा स्त्रीलिंग कर पाएंगे मैं आशा करता हूं आप सभी लोग यहां तक समझ गए होंगे अब आगे कुछ नियम वैसे आप कोशिश करिए कि आप वाक्य बना कर के लिंग को ज्यादा से ज्यादा बेटर समझ पाएंगे लेकिन वैसे कुछ नियम है जो आपको याद करने पड़ सकते हैं जो आपको याद करने पड़ेंगे व हो सकता है आपके लिए काफी हेल्पफुल हो देखिए तत्पुरुष संज्ञा तत्पुरुष संज्ञा भी होता है ना जो इसमें भी अंतिम संज्ञा के अनुसार ही होगा राजकुमार अब कुमार देखिए क्या हो गया यह हमारा पुलिंग हो गया कुमार पुल्लिंग है तो राजकुमार पुल्लिंग भवन पुल्लिंग है तो यह पूरा का पूरा पुल्लिंग राज पुत्र पुत्र क्या है हमारा पुल्लिंग शब्द तो ये पूरा पुल्लिंग राजमार्ग पुल्लिंग सेनापति पति पुल्लिंग शब्द है पति पुल्लिंग शब्द है ना पूजा घर घर पुल्लिंग है तो ये सब आलय पुलिंग हो जाएगा विद्यालय पुलिंग हो जाएगा समझ में आ गया अब जिसमें शाला शब्द लग जाए पाठशाला अतिथि शाला धर्मशाला यह वैसे ही क्या हो जाता है स्त्रीलिंग अब इसमें कुमारी आ गया अंतिम संज्ञा कुमारी तो यह प्यारे साथियों क्या हो जाएगा जी स्त्रीलिंग हो जाएगा क्या हो जाएगा स्त्रीलिंग अब राज कन्या राज कन्या तो कन्या यह अलग बात है कि य हमारा तत्पुरुष समास है राजा की कन्या को राज कन्या कहते हैं लेकिन मेरे प्यारे साथियों इसमें अंतिम संज्ञा को देखो कन्या क्या है स्त्रीलिंग इसलिए य राज कन्या ही पूरी की पूरी शब्द क्या हो जाएगा स्त्रीलिंग उसी प्रकार से सभा राज्यसभा विधानसभा लोकसभा यह जो शब्द होते हैं ना यह सब क्या हो जाएंगे स्त्रीलिंग कहलाएंगे ठीक है अब हमारा धर्मशाला हो अतिथि शाला हो पाठशाला हो यह सब क्या हो जाएंगे प्यारे साथियों यह सब हमारे हो जाते हैं स्त्रीलिंग क्या हो जाते हैं स्त्रीलिंग क्योंकि अंतिम अंतिम संज्ञा के हिसाब से देखना है मैं समझता हूं यह भी समझ आ गया होगा आगे आप देख सकते हैं जिन शब्दों के अंत में आटा औड़ा आ पा आवा आव य त्र पन त्व र ख न प्रत्यय लगा हो एक ही बार में मैं लिख दिया हूं प्राय पुलिंग होते हैं ऐसा देखा जाए प्राय ये पुलिंग होते हैं इसमें हम इसका सूत्र क्या रते हैं आटा औड़ा आप आवा आवय त्र पनत्थडी जिसके लास्ट में लास्ट में आटा शब्द आ जाए जैसे खर्राटा फर्राटा सन्नाटा तो ये प्राय पुलिंग होते हैं सभी पुलिंग होते हैं ऐसा जरूरी नहीं है लेकिन ऑलमोस्ट हम कह सकते हैं अधिकतर प्राय शब्द पुलिंग जरूर होते हैं अड़ा औड़ा शब्द में पकौड़ा हथौड़ा ये सब क्या हो जाएंगे पुलिंग आ आकारांत जो शब्द आ गया जैसे घेरा फेरा जोड़ा तोड़ा रगड़ा झगड़ा इसमें ड़ वाला विशेष करके ड़ वाला विशेष करके पा में देखो बुढ़ापा मोटापा आवा में देखो बुलावा भुलावा बहका पछतावा चढ़ावा इस प्रकार के आहट नहीं है आहट अलग चीज है घबराहट भुला हट भुला हट नहीं बुलाह हां यह अलग चीज हो जाता है लेकिन यहां बुलावा है भुलावा है बहका है पछतावा इस प्रकार के शब्द प्रायः क्या होते हैं यह पुलिंग होते हैं प्राय ये क्या होते हैं प्यारे साथियों पुलिंग होते हैं आओ में देखो बहाव जमाओ बचाओ टकराव बदलाव फैलाव आओ शब्द भाई शब्द आप समझिए संज्ञा को हम महा नाम के नाम से जानते हैं संज्ञा को प्यारे साथियों हम लोग क्या कहते हैं महा नाम कहते हैं नामों की सूची संज्ञा तो संज्ञा क्या एक दो 10 20 5 हजार है क्या करोड़ों में है बहुत बड़ी सूची है नामों की इसलिए संज्ञा का एक दूसरा नाम महा नाम हम कहते हैं इसको तो आप सोचिए कि कितने शब्दों के लिए यह होगा सूत्र कितने शब्दों के लिए बनेगा लेकिन प्राय शब्दों के लिए अधिक से अधिक के लिए सूत्र लगाए जाते हैं ट्रिक लगाए जाते हैं देखिए आर्य सौर्य धैर्य वीर्य र्य रय र्य र्य जो आएगा ना तो यह समझना त्र दिख जाए पत्र पात्र चित्र मित्र मंत्र तंत्र तो ये प्रायः पुलिंग होते हैं पन शब्द लग जाए बड़प्पन बचपन लड़कपन अपनापन तो ये क्या हो जाता है पुलिंग हो जाता है इस तरह के शब्द तो ये काफी हेल्पफुल हो जाता है और इसे हमें एक दो बार रिवीजन जरूर करना पड़ेगा और इन शब्दों पर प्रैक्टिस भी करना पड़ेगा वो मैं कराऊंगा आपको परेशान नहीं होना है इस वीडियो को पूरे अंत तक जरूर देख लीजिए आप बहुत बेहतर हो जाएंगे इसमें पुरुषत्व नारीत्व सतीत्व अपनत्व महत्व ये शब्द भी क्या होते हैं प्यारे साथियों पुलिंग होते हैं ये सारे के सारे शब्द क्या होते हैं पुलिंग अब देखो इसमें र प्रकार हो प्रचार हो प्रसार हो नगर हो सागर हो बाजार हो यह भी क्या हो जाता है यह भी हमारा पुलिंग हो जाता है अक्सर ख लग जाए अब ख में भी देख लीजिए संख सुख दुख नख मुख यह सब क्या हो जाता है मुख कौन सा शब्द है मुख शब्द की प्रकृति क्या है यह लिंग है निर्णय के लिंग के आधार पर बात करें तो ना लिखना पढ़ना हंसना रोना दिखाना चलना घूमना फिरना यह सब क्या हो जाता है लगभग ना वाले जो शब्द होते हैं क्रिया वाले जो शब्द हो जाते हैं ये लगभग क्रिया वाले शब्द होते हैं क्रिया इसको भी हम लोग क्या कहते हैं प्यारे साथियों कि ये प्रायः क्या होते हैं जी पुलिंग होते हैं क्या होते हैं बच्चों पुलिंग होते हैं तो ये भी दिमाग में रहेगा ये सब आपको बहुत हेल्प करेगा पर्वत के नाम आ जाए समय हो हिंदी में महीनों का नाम आ जाए हिंदी महीना दिन का नाम हो जाए देश का नाम हो जाए जल स्थल विभाग ग्रह नक्षत्र इस सब के नाम प्रायः पुलिंग होते हैं जैसे हिमालय हो गया धौलागिरी पर्वत हो गया हिमालय पर्वत मंदार चैत्र महीना बैशाख जेठ महीना सोमवार मंगलवार भारत हो देश का नाम श्रीलंका हो अमेरिका हो ग्रह में शनि प्लूटो अब ये जल स्थल में सागर महासागर ये सब क्या होते हैं प्यारे साथियों ये पुलिंग होते हैं क्या होते हैं जी पुलिंग यहां पे क्या होते हैं ये पुलिंग ध्यान रखना होगा ये पुलिंग होते हैं इसके बाद नदियों के नाम प्रायः क्या होते हैं स्त्रीलिंग होते हैं नदियों के नाम प्रायः स्त्रीलिंग होते हैं बस आपको ब्रह्मपुत्र नदी सोन नदी सिंधु नदी को छोड़ कर के ब्रह्मपुत्र सिंधु और सोन को छोड़कर सभी नदियों के नामों का प्रयोग स्त्रीलिंग में होता है जैसे गंगा नदी यमुना नदी कावेरी नदी कृष्णा नदी कंडक नदी कोशी नदी यह सब स्त्रीलिंग है यह सब के सब क्या है प्यारे साथियों स्त्रीलिंग हो गया क्या हो गया स्त्रीलिंग समझ गए नेक्स्ट देख लीजिए शरीर के अंगों के नाम प्रायः पुल्लिंग माने जाते हैं लेकिन सारे के सारे नहीं जैसे कान हो गया मुंह हो गया अभी हमने मुह पढ़ा था दांत ओठ गाल मस् तक अंगूठा नाखून पांव पेट हाथ पैर सिर ये जो हमारे हो जाते हैं ये पुलिंग जरूर हो जाते हैं लेकिन मैं क्या कहा कि सूत्र हमें काफी हद तक हेल्प कर सकता है प्राय शब्द पुलिंग होते हैं लेकिन सारे के सारे पुलिंग हम कह देंगे तो ये गलत हो जाएगा अब देखिए आंख जो है यह अपवाद में है यानी ये जो शब्द होते हैं ये स्त्रीलिंग होते हैं क्या होते हैं ये स्त्रीलिंग है आंख नाक जीभ मछ गर्दन कलाई कमर उंगली पीठ ठीक है अब यह पूछ देगा आपसे आंख तो यह ध्यान रखना है कि यह स्त्रीलिंग होगा तो ये ये शब्द आपको याद रखने पड़ जाएंगे रत्न एवं धातु के जो नाम होते हैं रत्न होते हैं ना जो जैसे हीरामोती उसके बाद पुखराज हो जाता है प्लैटिनम वगैरह हो जाता है धातु के नाम में आ जाएगा मोती मणिकरा सोना पुखराज पन नीलम लाल तांबा लोहा जस्ता प्लैटिनम ये जो हमारा हो जाता है साथियों ये क्या कला कि यह पुलिंग हो गया धातु के नाम तंबा जस्ता जो भी रहेगा यह सब रत्नों धातु के नाम प्रायः क्या होते हैं पुलिंग होते हैं अपवाद में ध्यान रखना है कि चांदी जो है यह स्त्रीलिंग होता है लालरी जो है स्त्रीलिंग होता है मण जो है स्त्रीलिंग होता है चुन्नी जो है स्त्रीलिंग होता है यह जो हमारे होते हैं प्यारे साथियों यह स्त्रीलिंग होता है और मैं समझता हूं कि आपको बहुत हेल्प प्रदान करने वाला है अब देखिए धातु के जो नाम पूछ दिए जाएंगे तांबा जस्ता लोहा प्राय कि भाई तांबा कौन सा तांबा शब्द का लिंग क्या है तो हम समझ पा रहे हैं कि हां ये पुलिंग होगा क्या होगा पुलिंग होगा लेकिन चांदी की बात कर दे तो ध्यान रहे चांदी स्त्रीलिंग शब्द है पेड़ों के नाम जो होते हैं पुल्लिंग होते हैं चाहे पीपल हो चीड़ का वृक्ष हो आम हो शीशम हो अमरूद हो लेकिन ध्यान रहे लीची नाशपाती नारंगी ये जो होते हैं स्त्रीलिंग होते हैं यह अपवाद में प्राणियों के समूह को व्यक्त करने वाली कुछ संज्ञा एं समूहवाचक जो संज्ञा कुछ होती है ना कुछ समूहवाचक संज्ञा कुछ समूहवाचक जो संज्ञा हम कह सकते हैं समूह को जो एक पूरी प्रजाति को समूह का बोध करा है उसके लिए भी प्यारे साथियों हम क्या कह सकते हैं कि वो हमारा पुल्लिंग होगा और कुछ स्त्रीलिंग भी होगा आइए देख लेते हैं जैसे परिवार कुटुंब संघ दल झुंड समुदाय समूह मंडल प्रशासन देश स्कूल कॉलेज विद्यालय शब्द विश्वविद्यालय राज्य राष्ट्र मंत्रिमंडल ये हमारे पुलिंग होते हैं लेकिन अगर वही सभा पूछ दिया जाए सभा जनता जनता कह रही है जनता देख रही है जनता सुन रही है स्त्रीलिंग शब्द है यह नहीं कि जनता सुन रहा है जनता देख रहा है नहीं जनता देख रही है जनता देख रही है तो यहां पर स्त्रीलिंग शब्द के लिए हम बोध कर रहे हैं ना जनता हो गया सेना सेना पहुंच गई है सेना पहुंच गया नहीं सेना पहुंच चुकी है प्रजा हो गया या समिति फौज टोली जाति भीड़ पुलिस कमेटी बैठक संसद यह सब जो होते हैं स्त्रीलिंग होते हैं तो यह बार-बार थोड़ा सा प्रैक्टिस करना पड़ेगा यह थोड़ी प्रैक्टिस की चीज जरूर है इसका कोई मूल मंत्र नहीं है कि भाई यह लो घोल के पी जाओ तो लिंग हो जाएगा अगर इस हिसाब से चले तो हां यह मैं जरूर कह सकता हूं कि आपको थोड़ी इसमें परेशानी जरूर आती है परंतु बार-बार अभ्यास करना ही हम लोगों का कर्तव्य है सब्जियों के कुछ नाम पुलिंग होते हैं कुछ तो कुछ स्त्रीलिंग भी होते जैसे सलज अदरक अदरक शब्द पूछा है 2021 में अदरक शब्द पूछा है 2021 में कि अदरक शब्द कौन सा लिंग है तो अब तो कह दोगे ना कि यहां पुलिंग है टमाटर बैंगन पुदीना मटर प्याज आलू लहसुन धनिया खीरा करेला नींबू तरबूज कटल नारियल सेब जामुन यह पुलिंग होते हैं लेकिन स्त्रीलिंग में देखिए बंदगोभी फुलगोभी भिंडी गाजर सरसों पालक लीची इमली चमेली अंजीर यह होते हैं प्यारे साथियों स्त्रीलिंग यह हमारा स्त्रीलिंग हो जाता है और ये क्या हो जाता है बच्चों पुल्लिंग हो जाता है इसके अलावा और भी कुछ लिस्ट हमारे सामने है कि जिन शब्दों के लास्ट में नी आ जाए री आ जाए लगभग ती आ जाए तहर सती त ली आहट आवट इया ई आस आई यह प्रत्यय अगर लगा हो प्रत्यय क्यों कह रहे हैं क्योंकि शब्दों के अंत में जो शब्द लगता है उसे हम क्या कहते हैं जी प्रत्यय कहते हैं क्या कहते हैं प्रत्यय कहते हैं तो वो प्राय स्त्रीलिंग होता है जैसे देखो नी मतलब शैतानी है रानी मनमानी चलनी चटनी छतरी पटरी गठरी कोठरी कटोरी यह सब क्ति पूर्ति जाति समिति रीति शक्ति अभी हमने पढ़ा समूह समिति के लिए समूह वाचक रंगत राहत चाहत हजामत बगावत अदालत यह सब क्या हो जाते हैं स्त्रीलिंग कह जाते हैं ली शब्द वाला उखली तितली टकली डफली मूंगफली यह भी हमारा क्या हो जाता है स्त्रीलिंग कहलाता है आहट प्रत्यय लग जाए चिल्लाहट चिकना बुलाह घबराहट यह भी हमारा स्त्रीलिंग होता है आवट लग जाए लिखावट मिलावट गिरावट थकावट सजावट यह भी हमारा क्या होता है साथियों स्त्रीलिंग होता है जी क्या होता है जी स्त्रीलिंग होता है ये प्रैक्टिस करना है मैं समझता हूं ये याद करना पड़ेगा थोड़ा बारबार प्रैक्टिस करना पड़ेगा इसे इया शब्द खटिया डलिया डिबिया टिकिया ई बड़ी वाली ई गगरी गठरी गोली झोली नाली प्याली गरीबी अमीरी थैली चीनी यह सब क्या हो जाता है हम इसमें रख सकते हैं आस में देख लो खटास मिठास प्यास सांस आई में भलाई बुराई रुलाई महंगाई यह सब हो जाते हैं ये सब के सब स्त्रीलिंग कहलाते हैं तो वही कुछ नियम है जो मैं चाहता हूं आप लोगों से शेयर कर दूं तिथि के नाम जैसे दूज होता है तीज होता है यह तिथि हो जाती है भाषा हो चाहे बोली हो अंग्रेजी भाषा उर्दू भाषा हिंदी भाषा लैटिन भाषा संस्कृत भाषा और बोली चाहे भोजपुरी हो अवधि हो मगही हो मराठी हो यह जो होते हैं यह सभी के सभी स्त्रीलिंग होते हैं भोजपुरी पूछा है कि भोजपुरी शब्द कौन सा लिंग है भोजपुरी शब्द कौन सा लिंग है तो कहेंगे स्त्रीलिंग है तो भाषा के नाम बोलियों के नाम यह क्या होते हैं अब कभी भी जैसे बोली का नाम पूछ दिया जाए कि बताइए मगही कौन सा लिंग है तो मगही हम कहेंगे कि मगही स्त्रीलिंग है भोजपुरी स्त्रीलिंग है समझ में आ गया ना खाने पीने की बहुत चीजें जो होती है प्राय व स्त्रीलिंग होती है जैसे कचौड़ी हो गया पूरी हो गया खीर खीर पूछा हुआ है यह प्राय स्त्रीलिंग होते हैं खाने पीने की चीजें प्राय स्त्रीलिंग होती है दाल पकड़ी रोटी कचौड़ी चपाती तरकारी खिचड़ी यह प्राय स्त्रीलिंग है लेकिन ध्यान रहे कि पराठा हलवा भात दही रायता यह अपवाद है देखो भाई शब्दों की संख्या बहुत है इसलिए एक सूत्र पर सब सेट हो जाए ऐसा संभव नहीं है किराने की जो चीजों के नाम होते हैं उसमें कुछ स्त्रीलिंग भी होते हैं और कुछ पुलिंग भी जैसे लौंग इलायची मिर्च दालचीनी हल्दी केसर लौंग के बारे में पूछता है कि लौंग कौन सा शब्द है तो स्त्रीलिंग है हल्दी स्त्रीलिंग है लेकिन धनिया जीरा गरम मसाला नमक तेजपत्ता पूछ दे तो क्या कह देंगे यह पुलिंग है इस प्रकार से हमारे सामने आ गया मान लीजिए कि भाई लास्ट में आ आ जाए ई आ जाए उ आ जाए ये अंत वाली कुछ संज्ञा स्त्रीलिंग तथा पुल्लिंग होती है अब पुलिंग कौन है कुर्ता हो जाए कुत्ता हो जाए बूढ़ा हो जाए शशि रवि कवि हरि मुनि ऋषि पानी देखो छोटी वाली ई बड़ी वाली ई दानी घी प्राणी स्वामी दही गुरु साधु दही के बारे में पूछता है घी के बारे में पूछता है कि घी क्या है पुलिंग है दही क्या है पुलिंग है पानी क्या है पुलिंग है मधु हो आलू हो काजू हो भालू हो आंसू हो आंसू शब्द क्या है पुल्लिंग है उसी प्रकार से स्त्रीलिंग में देखिए प्रार्थना दया आज्ञा लता माला भाषा कथा दशा परीक्षा पूछता है परीक्षा के साथ-साथ शिक्षा पूछता है पूजा कृपा विद्या दीक्षा बुद्धि रूचि राशि क्रांति नीति भक्ति नदी नदी पूछता है लकड़ी चिट्ठी मिठाई पूछता है मूंगफली झाड़ू वस्तु मृत्यु वायु यह हमारा स्त्रीलिंग होता है तो यह कुछ अंत वाले जो शब्द होते हैं ना आकारांत इ कारा उ कारा यह भी कुछ स्त्रीलिंग होते हैं और कुछ पुल्लिंग भी होते हैं तो आपके बोर्ड एग्जाम के तहत जो प्राय शब्द पूछे जा रहे हैं उसको हम यहां पर लिस्टेड किए हैं उसको हम यहां पर आपके सामने सूची में लिख दिए हैं ताकि आप जरूर पढ़ ले परीक्षा पूछा है परीक्षा में पूछा है कि परीक्षा शब्द कौन सा लिंग है तो यहां पे हमें परीक्षा दिख गया तो हम स्त्रीलिंग कह सकते हैं आसानी से शिक्षा क्या है भाई स्त्रीलिंग है दीक्षा क्या है भाई स्त्रीलिंग है इस प्रकार से हम आसानी से चीजों को समझ सकते हैं अब कुछ वस्त्रों के भी नाम होते हैं कुछ वस्त्रों के भी नाम होते हैं जो स्त्रीलिंग तथा पुलिंग होते हैं अब रुमाल पूछा हुआ सवाल है कि रुमाल क्या है तो यह याद रहे रुमाल पुलिंग होता है कुर्ता पजामा कोट सूट मोजा जघिया दुपट्टा गाउन घाघरा पेटीकोट ये जो होते हैं प्यारे बच्चों ये पुलिंग वाले वस्त्र हो गए ये जो वस्त्र के नाम है सूची है ये पुल्लिंग के लिए है लेकिन कुछ स्त्रीलिंग में आ जाता है जैसे अंगिया जुराब बंडी गंजी पतलून कमीज साड़ी धोती पगड़ी चुनरी निक्कर बनियान टोपी ये जो हो जा ते हैं हम इसको स्त्रीलिंग कह लेंगे यह हमारा क्या हो जाता है स्त्रीलिंग तो यह आपको कुछ हद तक जरूर हेल्प कर रहा है कि हम स्त्रीलिंग और पुलिंग की पहचान करने में सफल हो पाए परंतु आप सबसे ज्यादा बेहतर तरीका इसमें आप अपना सकते हैं कठिनाइयों को दूर कर सकते हैं बार-बार प्रयास करके वाक्य निर्माण विधि से भी आन अंत वाला शब्द जैसे मकान एहसान इम्तिहान समान यह भी शब्द होते हैं जो प्राय पुली होते हैं क्या होते हैं पुलिंग जैसे मैंने आपको स्टार्टिंग में बताया देखिए यहां पर मकान आपको दिख रहा है ना मैं स्टार्टिंग में ही आप लोगों को बताया कि प्यारे साथियों देखिए जी मकान जो है मकान हमारा पुलिंग होता है लेकिन वही स्त्रीलिंग में कहे इमारत प्यार पुलिंग है मोहब्बत स्त्रीलिंग है तो प्यारे साथियों यह कुछ नियम मैं आपको जरूर साझा किया हूं और मैं उम्मीद करता हूं कि आप लोगों को काफी हद तक इसकी प्रैक्टिस हो जाएगी .