RBI MONETARY POLICY' सरकार महगाई कैसे बढ़ा या घाटा सकती है ।

 जय हिंद आप अक्सर सुनते होंगे कि RBI ने रेपो रेट को बढ़ा दिया जा


घाटा दिया इसका सीधा असर इन्फ्लेशन यानि

 मुद्रास्फीति पर और बैंकों के द्वारा दिए जाने वाले लोन पर इसका असर पड़ता है, तो इस नीति को हम लोग कहते हैं मॉनिट्री पॉलिसी हिंदी में कहते हैं मौद्रिक नीति. 

 यह नीति बनाने का अधिकार केवल RBI को है, इस नीति के तहत आरबीआई के पास एक ऐसी चाबी है जिसके तहत वह अपने ऑफिस में बैठ है, भारत में महंगाई को बढ़ा सकती है, और महंगाई को घटा सकती है।  के पास इतनी समझदारी है कि वह नोट छाप के गरीबी दूर नहीं करती है नोट छाप कर गरीबी दूर कर देना मतलब अपने आपको क्या है एक तरह का आत्महत्या कर लेना बर्बाद हो जाएगी व्यवस्था रोड छाप गरीबी दूर नहीं कर सकते हैं और इस पर काबू पाने के लिए मौद्रिक नीति को अपना इसके लिए आप प्लीज इस तरह से बैंक को द बना द बना आप लोगों को कम करने में सहयोग करें लेकिन इसके अलावा परिणात्मक दबाव बना देती है जिसके तहत वह क्या भारतीय बैंक रेपो रेट एयरसेल आरसीआर इस तरह का रिवर्स रेपो रेट लगा देती है या फिर मौद्रिक नीतियों के तत्व खुले बाजार की नीति के तब प्रतिभूतियों की खरीद बिक्री करने लगती है इसके बारे में आप कंप्लीट समझिए देखिए हमारे देश में हम लोग को जब पैसे की जरूरत होती है तो हम लोग बैंकों के पास जाता है चाहे वह इसलिए में चाहिए pnb में चाहिए बैंक ऑफ़ बड़ोदरा योग्य जितना भी आपको कमर्शियल बैंक में जाना है अब जा सकते हैं लेकिन जब बैंक को पैसा घाट है ना तो यह आरबीआई के पास जाते हैं इसलिए हमारा बैंक यह सब और इन बैंक कि आरबीआई तो बैंकों का बैंक आरबीआई यह पूरे बैंक को कंट्रोल करके रखता है कि इन बैंकों का जो इनकम का मेन होता है वह व्यूज था यानी इंट्रस्ट होता आप बैंक पर जाएंगे कब्जा मांगने घर के लिए कर लीजिए या फिर कार खरीदने के लिए लोन लीजिए किसी भी चीज के लिए आप लोन लेते हैं तो यह बैंक आपको आराम से लोन दे देते हैं आप जरिए बड़े शॉपिंग मारने खरीदने तो इस व्रत कथा खरीदने यह पर देंगे क्योंकि जानता है आपको 15000 का सामान खरीदेंगे तो आपसे और 15000 के आपका पंप के बदले वह पैसा देगा लेकिन धीरे-धीरे धीरे-धीरे आप से काटते रहेगा 15000 करने तथा जान लेगा तो इस तरह से बैंक को फायदा होता है टोटल बैंक का फायदा व्यक्ति पर डिपेंड हो जाता है आप अब बैंक को जब पैसे कटते हैं मत यह बैंक जाती है आरबीआई से मांगने के लिए आरटीआई से जब यह कर्जा मांग की है तो आरबीआई करती है कि भाई साहब हम तुमको जो कर्जा देंगे तो हम इस कर्ज पर ब्याज नहीं है क्योंकि हमें पता है कि तू ससुराल किसी ना किसी जनता को देगा वहां से ब्याज कम आएगा तो तुम हमको भी भेज दो तो इसी प्याज को हम लोग कहते हैं रेपो रेट इसका एक मतलब अच्छा होता है री पर्चेजिंग ऑप्शन यह जरूरी नहीं है तो रेपो रेट क्या होता है कि वह बेरोजगार जो आरबीआई इन बैंकों से लेती है कर्जा देने के बदले सोचिए यह आरबीआई वह लड़का सूदखोर हैं यह रेपो रेट के साथ यह बैंक वाले इससे कर जान लेते हैं और इसके बाद इनको दिया था मान लीजिए कि यह रेपो रेट है आपका 5 पर सेंट सपोच करके चली गई पांच परसेंट के करीब लाने गया और यहां से कोई जनता वाले भाई यहां से कोई वैध मानने यहां से जय श्याम कोई आदमी यह श्याम यह बैंक से कर्जा लेने गया है कि भाई साहब हमको कुछ पैसे दे दीजिए कर चाहिए हमको लोन चाहिए बैंक वाला देखेगा कि हमको तो खुद ही नहीं है पांच परसेंट करें इनको भी हम देते हैं अच्छा खा सकते इनको दे देगा यह आपका आएगा भाई साहब आप ले लीजिए 10 पर सेंट पर तो यह हो गया इसका बेस रेट अभी पूरा समझते चलिए अभी पूरा समझ में आ जाएगा पीएलआर क्या होता है तो बेस रेट बेस रेट पर किसको मिला जनता को मिला और एवरी प्वाइंट पर कर दिया किसको मिला बैंकों को मिला कोई भी बैंक को मिल सकता है यहां पर तो अब बताइए पागल कोई मैनेजर होगा क्या सूजी बेस रेट को रेपो रेट से कम रखे इन पांच परसेंट बलाक इनको दो परसेंट पर देकर बैंक भी जाएगा से दिवालिया हो जाएगा बैंक वहां पर तो यह बेस रेट हो जाते हैं आप इनको जो भाई साहब को कर्जा मिला मारने के लिए एक लाख रुपए लोन लेकर आए तो इनको यह लाख रुपए पर कितना ब्याज देना है 10 पर सेंट यानि 1 लाख रूपए लेकर आएंगे यह साल बाद उस पर दस परसेंट ब्याज लगेगा बैंकों का याद दिलाना लगता है अब आपको चीज एक साल बाद बैंक उनसे कई जन्मा दे दीजिए हमको यह गला घोंट दिया दस परसेंट ब्याज नहीं 110000 दीजिए तो भाई साहब के जेब में कितना पैसा आ गया 1 लाख रुपये आ गया यह पैक एब्स पैसा को हम लिक्विडिटी कहते हैं तरलता करते हैं कैसा को यह ड्रेस पेशाब बर्बादी का जड़ है अब यह लाख रुपए लेकर घूमेंगे ना इनको तो शान से चलेंगे या इससे ज्यादा करें और यह लार उज्जैन में है जाएंगे मिठाई की दुकान पर करेंगे मिश्रा जी के किलो मिठाई डाल दीजिए दामों में पूछेंगे कितना का है सीधा करेंगे किलो मिठाई डाल दीजिए क्यों क्योंकि जुआ में नहीं के तारा उल्टा बोल में काश कोई सबूत पैसा में दम होता है सूचना वहां पर यहां पर तो आप देखिएगा कि वाली बाप रे बाप बोल हैं यकीन उतार दीजिए तो ₹100 का नोट मिठाई रहेगा तो कहां लीजिए ना देर रुक हम बचे हैं आपको 120 में लगा देंगे एक हो गए भाई साहब यह क्यों खुश हो गए क्योंकि उनके पास पैसा था अब मालवीय कोई और आदमी ऐसा ही बैंक से लोन लेकर आया को भी गया मिठाई खरीदने मिठाईवाला उनको भी भेज दिया 120रुपए में अब एक बात बताइए जो मिठाई ₹100 में बिक रही थी उस पर मैं उसे प्रॉफिट था लेकिन यह लोग पैसा के गर्मी में उस दुकानदार से 120 रुपए में खरीद के गए तो वह दुकानदार उसका रेट कर देंगे इसमें की भैया मेरा एक बीच में भी की रहा है तो यह कैसा जो आदमी के जेब में रहता है मैं यह ही आदमी जाकर महंगाई बढ़ा देता है जो सरकार नहीं चाहती है कि महंगाई बढ़ेगी और मैं गरीब आदमी पिसा जाता है यहां पर इसलिए गवर्नमेंट जॉब होती है वह करती है बैंकों पर कि तुम लोग कौन से कम कर जा दोनों कम से कम है लेकिन बैंकों का कर्जा नहीं देखा तो इसको फायदा कहां से होगा इसलिए बैंक वाला दबा कर देता है सब कर्जा ले जाइए भाई जल्दी जी तो सरकार करती थी घुमाने का हम आपको बताते हैं सरकार आरटीआई को हथियार दिए जो तो बहुत महंगाई बढ़ रहा है एक काम करो रेपो रेट बढ़ा दो टॉप कल्पना कीजिए कि ससुराल रिपोर्ट को देखा 40 पर सेंट इन को दस परसेंट ब्याज मिलेगा अब इनको कितना पर मिलेगा भाई यार अब इनको 40 लिया है पकाएंगे लो भाई पचास परसेंट ब्याज सहित पचास परसेंट कोई आपको ब्याज देगा यह लाख रुपये लेंगे तो आपसे बदले में डेढ़ लाख लेंगे कोई कर्ज नहीं ले रहा था इस हमारी सही रहेंगे नहीं चलेगा अब जरा बैंक डेबिट जाती है तक कि पचास परसेंट भी आप भाग आएगा मिठाई की दुकान पर करना मिश्रा जी मिठाई नहीं खरीदनी है मिश्रा जी देखेंगे और मिठाई नहीं खरीदना है कोई तो बगल से कोई और आएगा उसको भी लॉक नहीं मिला है वह सिर्फ विकास मिश्रा जी मिठाई नहीं खरीदा मिश्रा जी कहीं मेरा मिठाई या कोई नहीं खरीदना महंगा हो गया है कि आमिर चाहिए तब वह मिश्रा जी ने मिठाई ग्रेड नीचे कर देगा रिज्यूम समझ में आ कि किसी भी अर्थव्यवस्था में यदि आपके पास पैसा है तो आप मलाई करना छोड़ देंगे आप किसी भी चीज को आराम से खरीदने हैं आप देखिएगा मॉल में छोटे मोटे आदमी नहीं जाते हैं मॉल में शॉपिंग अपने खरीदारी करने बड़े लोग जाते उनके पास के आसपास आए तरलता मलाई नहीं करते हैं सीधे जाए है वहीं बिल्कुल उधर तो यहां पर तुम महंगाई को कंट्रोल करने के लिए आरबीआई के पास एक रेपो रेट नाम की चाबी है तो आप यह समझ गए कि रेपो रेट यदि बढ़ गया तो समस्या आपको लोन बहुत महा मिलने वाला है और अगर रेपो रेट घट गया तो समझिए कि आपको लोन बहुत सस्ता मिलने वाला है तो मोदी जी ने कहा कि को रोना के वजह से हम रेप और आरबीआई से करते हैं कि अपनी मौद्रिक नीति को सख्त ना करें यानि अपना रेपो रेट कम कर दो बीच कम मिलेगा आप आराम से जाकर बैंक से लोन ले लीजिए आपका जो बिजनेस चौपट हुआ धनिया भी हैं खोल सकते हैं अब यह रेपो रेट जो है वह दो से 14 दिन के लिए दिया जाता है लेकिन कभी-कभी बैंक को केवल एक दिन के लिए पैसे की जरूरत पड़ती है या वह आप पैसे की जरूरत पड़ती है तो वह रेपो रेट पर नहीं लेता है वह तत्काल पैसा लेता है उसे करते हैं mfs100 मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी तो देखिए जब आर्मी चीफ इन किसी भी बैंक को कि केवल एक दिन के लिए कर जाती है ना तो उस पर जो मैं आज लेती है उसे हम कहते हैं मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी maza-1 रात के लिए जो व्यक्ति उसे क्या कहते हैं मैं सिर्फ दो से चार दिन के लिए अगर व्याधि तो उसे क्या कहते हैं रेपो रेट जर्मनी सबसे ज्यादा पागल बैंक लेते हैं सब तो रेपो रेट लेते थे क्योंकि बैंकों के पास ऑलरेडी है इतना ग्रहों का पैसा आते रहता है तूने लेने की जरूरत नहीं पड़ती है कभी-कभी खाना वगैरह में लेना पड़ता है लेकिन लोगों के पास इतना पैसा नहीं रहता है तो दो से चार दिन लेकिन 14 दिन से ज्यादा लेकिन यानि लोंग टर्म के लिए अगर आपको पैसा चाहिए इन बैंकों को आरबीआई सेबी आरबीआई उस पर जो प्याज लेती है लोंग टाइम के बीच को उसे करते हैं बैंक रेट यह दैट हमेशा चेंज करते रहते हैं साल में यह चार बार तो इनको चेंज होना ठीक है इसके अलावे भी कभी-कभी साल नहीं दुनियाभर चेंज हो जाते हैं तो यह अक्षर चेंज हो जाते होते रहते हैं सब तो हम यह जो आंकड़ा रखे सेट 4.65 तो यह कभी भी चेंज हो सकते हैं तो आप बाबू इसको ढंग से समझाकर मजबूर यह तो हमेशा चेंज हो तेरा पैसा कि आप चित्तौडग़ढ़ आपको यह सर आप इतना बता थे इतना हो गया यह बहुत सेलेक्ट करते रहते हैं तो आप स्कूल नहीं जाएगा आप कंसेप्ट समझिए कहेगा क्वेश्चन की और टी-शर्ट कालीन या नहीं यह खराब के लिए अगर पैसा लिया किसी बैंक ने आरबीआई से तो कौन सा ब्याज लेगा तो एमएच 12 से 14 दिन के लिए अगर आप यहीं ने कर्जा दिया तो कौन सा व्यास ने का रेपो रेट और दीर्घ कालीन कर्जा दिया यही ज्यादा दिन से ज्यादा के लिए दिया आरबीआई है किसी भी बैंक को तू उसको क्या कौन सा ब्याज लेगा तो बैंक रेट बी पी एस सी के एग्जाम में पूछा था कि ऑल पर काली इंक कम समय के लिए कौन सा होता है करें पूर्व ऑफिशियल प्रकार इन सबसे कम समय के लिए है ms होते हैं सब तय मैसेज का जो रेट होता है वह रेपो रेट से ज्यादा होता है क्योंकि इमरजेंसी में मैंने है कहेगा कि आरबीआई सबसे दो में का प्रयोग करती है तो आप कहेंगे कि रेपो रेट का प्रयोग सबसे ज्यादा किया जाता है अब यह समझ हम ध्यान से यानि रेपो रेट को घुमा वहां के और यहां पर लोन को माया इस सप्ताह कर सकती है जनता को जो लोन मिलता है वह किस रेट पर मिलता है तो बेसलेट कर दें कि जनता को जो लोन मिलते हैं इसके लिए दो रेट होते हैं यह होता है प्राइम लेंडिंग रेट प्राइमरी लेंडिंग रेट वह रेट होता है जो बैंक ग्राहकों को देती है लेकिन बैंक के पास भी दो तरह के होते हैं एक रेगुलर कस्टमर हाई फेवरेट कस्टमर जो हमेशा पर करोड़ों रुपया जमा करता है बड़े-बड़े लोग होते हैं तो जो बड़े-बड़े लोग होते हैं बैंक उनका ज्यादा ख्याल रखती है तो उनको जो बैंक कर्जा देती है वह बहुत कम ब्याज कर देती है जैसे मान लीजिए कोई करोड़ों रुपया का अकाउंट में है तो उसको देगी कि आप आठ परसेंट कर लीजिए आप कोई आइए आज आया है बैंक में वृध्दि खाता खुलवाने का कार्य दे दिया तुमको लेकर 12 पर सेंट प्लेलिस्ट सुना है तो आपको यह पता है कि आपका भी तो दुकान होगा तो पुराने ग्राहकों को आप कम दाम में देते हैं तो जो उसके फेवरेट कस्टमर होते हैं बैंक के लुट जाती है उसे करते हैं बेसन एट पर दिया जाता है तो आप बताइए जरा चीज हमारा बैंक अकाउंट एचडीएफसी बैंक में और हम चले जाएंगे बैंक ऑफ़ बड़ोदरा से खाने की भाई साहब हमको थोड़ा शक्कर जा दे दीजिए तो हम उसके फेवरेट कस्टमर थोड़ी हो गए तब उसके लिए सामान्य कस्टमर हो गया हमको अथवा देखो प्राइमरी लेंडिंग रेट में बारह तेरह परसेंट है लेकिन हमारा एचडीएफसी बैंक ने है हम एचडीएफसी बैंक में जाए नाटक यह का तबीयत ठीक है अब लोन चाहिए कोई बात नहीं उड़ा दो जतिन को trp नहीं हमको तब हमको हमारा बैंक अगर हम उसकी नजर में अच्छे कस्टमर है तो बेस रेट पर देगा इसका मतलब यह नहीं कि आप अपने किसी बैंक में छात्रवृत्ति स्कॉलरशिप के लिए अकाउंट खोल वाली है कितने ₹100 आएगा इसमें अ जाकर चलकर कि आपको ₹1 डेढ-डेढ का बेस रेट ऐसा ही होता है आपके अकाउंट मैंने रखने कितना मेंटेन हैं अब एक चीज सोचिए बैंक को जब पैसा - था तो यह मांगने गए थे तो यह सब सूर्य सब जो आर बी आई है वह तीन तरह का ब्याज ले लिया समय के हिसाब से कभी-कभी ऐसा भी होता है कि बैंकों के पास पैसा ज्यादा आ जाता है लेकिन बैंक कैप्चर अब वो पैसा रखने से फायदा क्या यह सेटरडे संडे को आप सब लोग बैंक में बहुत कम जानते हैं संडे को तो मंदिर होता है और सैटरडे को आधुनिक कंफ्यूज रहता है कि दूसरा सफर तय कर चुका है आधा को लेकर कि पूरा बंद रखेगा फिर से लोग बर्थडे को भी नहीं जाते हम सब लोग नहीं जानते हैं तो बैंक को पता है दूध इंतजार हमारे पास कोई आएगा नहीं यह दो दिन पर पंच व रखने से क्या फायदा है अगर इसको ब्याज पर चलावे तब या कभी कभी कोई छुट्टी हो जाती है बैंक में 5 दिन दैनिक छुट्टी हो जाता है तो तो बैंकों के पास कोई आ यह पैसा निकालने के लिए बैंक को पाइल हमारे पास कोई नहीं आते निकालने के लिए उठा इसको कहीं बैठकर लगा देते हैं तो यह बैक वाला आदमी यह कहता है भाई साहब पेशवा काजल हम भी आपको यह पॉइंट होना क्या करते सफलता इसको दे देते हैं चलिए यहां पर तो आप बताइए जो उल्टा देंगे सब हिस्सा भी मांगे इस हर व्यक्ति के बीच दो ब्याज दरों और अगर ब्याज नहीं दोगे ना तो हम जनता को दे देंगे जनता महंगाई राहत देगी तो जनता सरकार को गरिया यह सरकार थोड़ा गर्म जाएगी इसलिए थाह नहीं ले हम यहां पर इसको हम लोग कहते हैं रिवर्स रेपो रेट यह हो गया अभी भारत ने पॉइंट आप किधर से आया तो रेपो रेट आइए अपना उसको दिए तो रिवर्स रेपो रेट अब आरबीआई क्या कहता है कि भाई साहब तुम लोग हमसे मांगे थे तो तुम लोग को घाटा हुआ था तुम जरूरतमंद थे इसलिए हम तुमसे लिए थे रेपो रेट चार परसेंट पर लेकिन हमको कोई जरूरत नहीं है तुम लोग का हम तुम्हारे भलाई के लिए जा रहे हैं कि दिन सेटरडे संडे बंद है या छुट्टी कि कोई भी मतलब एक प्रॉब्लम है तुम्हारे पास तुम हमको दे रहे हो तो हम तुम्हारा बोझ हल्का करने के लिए है इसलिए हमें जरूरत मत समझो और हमसे उन्हें ब्याज दर की उम्मीद मत रखो जिस भी अवसर पर हमने तुमको दिया था हम जिस दर पर तुमको दिए है उससे कम ब्याज दर पर तुमसे लेंगे क्योंकि हम जरूरतमंद नहीं है इसलिए रिवर्स रेपो रेट कभी भी रेपो रेट से कम होता है वर्तमान में यह 3.35 अ हम फिर कहते हैं यहां पर अच्छी तरह से आ आंकड़े पर मर्जी के कंसेप्ट समझिए यह आप total 6 सब्जेक्ट इनमें से रेपो रेट बैंक रेट और उलटा दे दिया तो रिवर्स रेपो रेट अब दोस्तों यहां पड़ती है लार और बेस रेट अब समझिए सीआरआर और एसएलआर क्या होता है देखिए अगर बैंकों के पास पैसा रहेगा ना तो ब्याज दर वह बैंक चाहेंगे सब कि इसको कैसे भी ब्याज का भाव सुधार जनता को अगर सब्स्क्राइब पर लगा देगा सड़क लेकिन अभाव कब्जा ले जाओ पर जा ले जा हंस ले हंस ले जाओ क्योंकि ले जाएंगे तो देंगे उसको अब सरकार चाहती ही नहीं कि किसी को बैंक से कर्जा दिया जाए इसलिए सरकार को आती है बैंकों से कर्ज मत देना उसको आप से चुनाव ज़ख्म कर देंगे हम एकदम सवा लाख करोड़ सबको देंगे यहां पर हम सरकार की मजबूरी आपको पैसा देगा का बगल झलक कि गरीबी दूर करने निकला तक बर्बाद हो गया वहां पर उन्हें झलक तो सरकार चाहती है न कि ससुराल एक काम करते हैं बैंक के कमर तोड़ देते हैं कि ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी कि बैंक में के पास कोई श्वेता बैंक के में डाल देते हैं आर बी आई करती है ग्रह बैंक वाला तुम लोग अवसर का गबन करके भागने नीरो मोदी की तरह कोई शक नहीं है तुम लोग हम करो एक काम करो तुम लोग हमारे पास सिक्योरिटी मनी जमा करो सिक्योरिटी मनी को कहते हैं कैश रिजर्व रेशियो कैश रिजर्व रेश्यो को cr कहा जाता है अब यह cr किया है तो देखिए जितने बैंक के पास जितने भी बैंक है उनके पास जितना पैसा जमा है उनका अपना पूरा उत्तर ग्रहण का उनको लौटाना है यानि उनके ऊपर एक लाइबिलिटी एक देता है कि लौटाना है अब इसी को हम लोग क्या कहते हैं नेक्स्ट डिपोजिट यानि कितना पैसा जमा है और टाइम लाइबिलिटी का बींस कब वापस करना है तो बैंकों के पास जो पैसा जमा रहता है उसको टेक्निकल भाषा में क्या कहते हैं एनडीटीएल नेट डिपोजिट एंड टाइम लायबिलिटीज तो आदमी प्रति दो प्रदीप में nda यानि जितना भी पैसा जमा किया और लोगों का तुम एक काम करो उसका हमको एक फिक्स परसेंटेज वर्तमान में यह परसेंटेज तीन परसेंट के पास है इसको तुम हमारे पास जमा कर दो आरबीआई करती है कि हमारे पास ले अब जमा करो क्योंकि तुम भाग जाएगा तो कोई ठीक नहीं है तब तक हम तीन परसेंट पशुओं में लोगों को लेमन जूस होने पर का पैसा देंगे कि हम खोज रहें हैं यहां पर तेरी बैंक व करता है सब ठीक है ठीक है हम तीन परसेंट आपको cr दे देंगे लेकिन आप रिजर्व बैंक हमको इस पर रिवर्स रेपो रेट की तरफ बढना तो बैंक मेहरिया बिया कछुए ब्याज देंगे हम यहां पर सिक्योरिटी मनी पर कहीं बयान होता है नहीं देंगे आप ही बताइए ससुराल बैंक आटा तो तीन परसेंट पर स्वामियाईआईआईआई मार दिया वह तीन परसेंट किसी को ही नहीं सकते हैं यानि बैंक का यह तीन परसेंट पैसा किसी काम का नहीं है जनता से लिया है जनता को इस बीच देगा यार भी को देगा आर्य इसको बजे नहीं देगा इसके बावजूद बैंकों के पास संतान में परसेंट पैसा बचा हुआ अगर उस संतान परसेंट पेशवा मार्केट में ठोक देगा उतार देगा तो मार्केट में में का अंबार लग जाएगा लोग महिला यह बड़ा देंगे ताकि यह करना तो अब और छोड़ेंगे नहीं अब इसको नहीं छोड़ेंगे तो इसके लिए आरबीआई कहती है एसएलआर स्टेट्यूटरी लिक्विडिटी रेशों बार क्या होता है कि तुम लोग निकल जाता है तुम्हें कोई आदमी आता है तुम्हारे यहां लोग खत्म हो गया खत्म हो गया सब नहीं चलेगा तुम लोग अपने टोटल टोटल डिपोजिट जमा है उसका एक अमाउंट आपने करो अगर नहीं रखोगे ना करोगे तो हम तुमको लगा देंगे हम यहां पर तो यही करती है लार के रूप में स्टेट्यूटरी लिक्विडिटी के रूप में उड़ टोटल 18 18 18 18 यहां तो बर्बाद कर दिया तीन परसेंट अपने पास ही रखिए कि इसको कि 18 पर सेंट अपने पास रखो तो यह अपने पास रख लेंगे और इसको खर्चा नहीं कर सकते हैं खर्च कर दिए हैं तो और बताइए यह तो और बर्बाद हो गया 3 पर सेंट विया सिक्योरिटी मनी के रूप में 18 पर सेंट अपने पास रखे हैं पास रहकर भी दूर हो किसी काम के नहीं आप तो बर्बाद कर दिया तो आरबीआई इन बैंकों का बड़ी होशियारी के साथ लगभग 20 से 22 पर सेंट पैसा को यूं ही बर्बाद करा देता है कि यह पैसा पब्लिक को नहीं जाए क्योंकि पब्लिक को गया कि जब मामला भी बढ़ाएगा इस आप व्यवस्था का सबसे बड़ा दुश्मन है लिक्विड यानि कि आप पैसा है यही सब को बर्बाद कर देता है जेब में पैसा रहेगा यह लाइन थाना पुलिस अगर मोटरसाइकिल चला रहा है बिना हेलमेट का पकड़ेगी आपको पुलिस से तमीज से बात नहीं करेंगे तो यह टायरों का फाइल लगाएगा लगाना 1000 2000 5,000 लगाओ कि फिर लगाएगा जितना थोड़ा सैलरी अपना फार्म भर सकते हैं या आप नहीं बोल रहे हैं कि वह में बैठा हुआ उस तरह उल्टा बोल रहा है का पैसा है यह दुनिया का सबसे बड़ा खतरनाक चीज है हमको भी गम ने मारा तुमको भी गम ने मारा इस गम को मार डालो आरबीआई की नजर में यह गैस पैसा इस देश के लिए गम का माहौल पैदा कर देगा इसलिए खास पहलू को हटा देता है इसीलिए सरकार नोट छाप की गरीबी दूर नहीं करती क्योंकि महंगाई जरूरत से ज्यादा बढ़ जाएगी वेनेजुएला ने ऐसी कोशिश की थी इसका नतीजा यह हुआ कि वेनेजुएला में 10 लाख परसेंट मांग बढ़ गई वहां 2 लाख रुपए का ब्रेड मिलता है अब महंगाई कम लोग यह भारत में लगभग 10 पर सेंट महंगाई है वेनेजुएला में 10 लाख परसेंट मैन गई है इसीलिए नोट छाप के गरीबी दूर नहीं की जा सकती अपने मन से अलग-अलग या अपनी मौद्रिक नीति के तहत रेपो रेट एमएसएफ बैंक रेट या फिर सीआरआर झाल जहां कि जैसे इनक्रीज किया जनता को मिलने वाला लोन महंगा हो जाएगा और महंगाई ऑटोमेटिक कंट्रोल हो जाएगी अब यहां अच्छे से मौद्रिक नीति जितने भी रेट होते हैं ब्याज दर होते हैं जो मौद्रिक नीति है जिसमें मुख्य रूप से हम ऐसे रेपो रेट बैंक रेट सीआरआर और एसएलआर आता है यह मौद्रिक नीति के जितने भी मॉनिट्री पॉलिसी के रेट है अगर गवर्नमेंट मैं इसे इनक्रीज किया बढ़ा दिया इसका नतीजा क्या देखने को मिलेगा जो ब्याज दर है यानी इंटरेस्ट है यह बहुत महंगा हो जाएगा आपको यह पता है महंगा हो जाएगा जिस वजह से लोन हिंदी में इसे कहते हैं स्व पांच यानि लोन की मात्रा जब आजमाया होगा तो कोई ज्यादा लोन नहीं लेगा तो लोन की मात्रा घट जाएगी अलोन की मात्रा घट जाने से मार्केट में कैश मनी का फॉलो यानि तरलता लुट गया तरलता घट जाएगा तरलता सीधा-सीधा घाट जाएगा और जैसे लोगों के पास गैस पर ऐसा घट गया ना लोगों की जो डिमांड है मांग है वह खत्म खत्म होने लगती है जैसे स्टूडेंट जो पढ़ाई कर इस महीने के आखिरी में उनका क्या स्पेशल खत्म हो जाता है तो उनका दिमाग फट जाता है सड़क पर जाते हैं उधर चौमिन बिखरा देखते भी नहीं है चलो छोड़ो यार अ जैसे महीना का एक तारीख से पांच तारीख के बीच में आता है भड़क वाले पैसा भेजते बाबू भेज दो लोग ही शामिल लोग चाहिए मिल गया अभी तो पार्टी शुरू हुई जाए तो यही गैस पैसा सब करता है तो यह मांग क्या हो जाएगा इस घटना से मांग किया जाएगा घट जाएगा जब भी किसी चीज का दिमाग घटता है तो ग्रह दुकानदार परेशान हो जाता है कि ससुराल डिमांड घटा क्यों इसलिए उसको मजबूरी में अपनी प्राइस - नहीं पड़ती है तो प्राइस इसका क्या हो जाएगा घर जाएगा अगर किसी चीज की प्राइस जब घर गई तो वहां का इन्फ्लेशन यानि मुद्रा स्फीति जिसको हम बोल-चाल की भाषा में करते हैं महंगाई वहां की महंगाई और ऑटोमेटिक कम हो जाएगी तो जरा देखिए हमारा तो मेन टारगेट था मनाई कम करना भड़भड़ एक दूसरे से रिलेटेड है सब हम लोग करते हुए महंगाई कम करो भाई सब आरबीआई यहां जरा सा उंगली घुमाया m.a. से रेपो रेट में तुम ही कंट्रोल हो गया उसने पैसे करो के लिए लेकिन मोदी जी ने देखा कि आप भी कोना में बहुत लोगों का मतलब डिस्टरबेंस चल रहा है तो उन्होंने आरबीआई को बुलाया कहा कि यार यह कौन सी कर तो है कार्यक्रम करते हैं आप हमको छोड़ दीजिए हम यह जो रेपो रेट इन सबको वहां के रखते हैं ना इसको बड़ा के नहीं रखेंगे इसको हटा देते हैं ताकि मार्केट में पैसा जाए अनलॉक भड़भड़ लोन ले लोगे इसलिए क्या किया गया कि जो मॉनिट्री पॉलिसी है यह सपोर्ट इसको डाउनफॉल कर दिया गया गिरा दिया गया नीचे जितने भी रेट थे बैंक नेटवर्क व्यवस्था हो गया आरबीआई ने कहा कि तुम लोग हमारे पास अब थोड़ा सा हमारी ओर से दूर है जितने ग्राहकों को तुम लोग दे सकते हो दे दो उसने अपनी मौद्रिक नीतियों को घटा दिया कमजोर कर दिया है इससे क्या फर्क पड़ेगा अब जब लोन सस्ता हो गया मान लीजिए रेपो रेट घट गया तो इंटरेस्ट रेट ब्याज दर भी तो क्या हो जाएगा है घाट जाएगा जब ब्याज दर घट जाएगा तो लोन या हिस्सा एक हिंदी में साउथ हिंदी मीडियम के जन्मदिन के साथ की मात्रा बढ़ जाएगी लोग जागे अब लेंगे लोन जब जाते लेंगे तो मार्किट में फैसलों की मात्रा बढ़ जाएगी गैस फ्लॉप बढ़ जाएगा कैस्ट्रो जैसे बड़े लोगों के पास पैसा आएगा लोग उन्हें पैसा नहीं था बहुत लोगों को लोन मिला ढूंढ मिली आप डिमांड बढ़ गया है इस ही खरीद लेते हैं दुकानदारी चलेगा तो डिमांड तू ना पड़ जाएगा मांग जैसे बढ़ेगा मांग बढ़ने से उस चीज का मूल्य बढ़ने लगता है अब मूल्य पर गया इस मूल्य बढ़ने कोई इन्फ्लेशन या मुद्रा स्फीति के नाम से जानते हैं तो आप देखिए किस तरह से एक जगह बल आरबीआई घटा बढ़ा देने से पूरी तरह से इकोनामिक वह बदल सकती है आरबीआई को पता है कि यह जो डिमांड है मैं ससुराल डिमांड जैसे लोग डिमांड करेंगे लोग ना त इसे यहां का किसी भी चीज का प्राइस बढ़ जाता है महंगाई बढ़ जाती है डिमांड लो कम कर कब करते हैं गैस के अभाव में कैद ज्यादा हो गया डाट यह कैसे पर तोड़ देती है यार यह कमर तोड़ देगा कैसे-कैसे को रोक लेता है तो डिमांड कम हो जाएगा आप आई समझ नवरत्न के महीने में लोग चिकन अपने खाते लोग बहुत लव छोड़ देते हैं रात मिथुन राशि में चिकन खरीदने ₹10 कि लोग मिल जाएगा आपको क्यों डिमांड नहीं है लोगों का हवाई किसी चीज डिमांड पड़ेगा तो तुरंत मार कर देगा शादी-ब्याह का मौसम नहीं चल रहा है आप जाकर डीजे आर्केस्ट्रा करिएगा तब हफ्ते में चलाएंगे अब वह लग्न में जन्म जाकर डेढ डिमांड बाहर रेट बढ़ा दिया इसके अलावा भी बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो बैंक के द्वारा दिए गए कर्ज पर कि वह अपने बिजनस से अपनी कि आरबीआई का तीसरा इन सब को आकर्षित कैफीन ढककर से फैसला ले लिया जाएगा इसके लिए आरबीआई नियम लगाती है जिसे हम लोग कहते हैं वहीं मार्केट पॉलिसी खुले बाजार की नीति इस खुले बाजार की नीति के साथ आरबीआई ज्योति सिक्योरिटी पर बेचती है जिसे हम कहते प्रतिभूति यह आपके दिमाग के ऊपर से चला गया होगा प्रतिभूति फॉर एग्जांपल पर समझिए lic है जब आप इलायची कराने जाते हैं तो आप देखते होंगे कि lic वाला या फिर बैंक वाले बड़े-बड़े आपके पास ऑफर लेकर आते हैं कि हमको यह गला कर दीजिए 2 साल में डबल कर देंगे तो आप उसको क्या देते हैं खास पैसा देते हैं गैस व तरलता और भी तो यही चाहती कि सफलता छीन लेता छीन ले जैसे पर्व पर छीनोगे दुकान में जाकर मलाई करेगा महिलाएं घट जाएगा तो तरावता छीनने के लिए आरबीआई तरह-तरह के पेंट भेजती है lic वित्तीय म्यूचुअल फंड रहती है कि परिषद देते हैं को पैसा दे देते इलायची वाले को मारोगे 1 लाख रुपए दे दिए lic वाला कहा कि हम 10 साल में दोगुना कर देंगे तो आप 1 लाख रुपए दे दिए बदले में lic वाले ने आपको क्या दिया है वह bigg boss थमा दिया लीजिए जूनून इसे गर्मी में आग जलते रहेगा इस कमला थोड़े रहेगा वहीं 1 लाख पूरे राज्य में रहता है तो रास्ते पर इस तरह थोड़ा को इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल रुपया रखे हैं अब वही lic बताया कि आपको हमारे ग्राहकों गारंटी पेपर प्रतिभूति धमाके चल जाएगा इन लीजिए आपका घर जचेगा कुंजी hold करके देख lic का पेपर है कौन लेकर जाएगा यहां पर lic का पेपर है ओडिशा में बहुत गर्म होता है तो आरबीआई जो करती है करती है फिर लोगों से 650 आखिर को कागज समाधि रखेंगे तो आप 10 साल बाद मिलेगा 2 साल तक कम हुई है या कंट्रोल है डाला और 10 साल बाद सोचा जाएगा बस एलबम प्ले करो सब ठौर निकाल दिया है 10 साल बाद का खर्चा हो जाएगा यहां पर तो यही इसी को फॉलो करते हैं बांड पेपर सिक्योरिटी पेपर प्रतिभूति तो क्वेश्चन पूछता है कि जब आदि अपने एजेंट के माध्यम से प्रतिभूतियों को बेचती है तो बाजार में उपस्थित तरलता पर का प्रभाव पड़ेगा तो बाजार की तरलता उसके बैंकों के पास चली जाती है तो बाजार की तरलता खत्म हो जाती है और महंगाई घट जाता है सोमवार कि तो यह जो तक प्रतिभूति होती है और जब तरलता होते इसमें उल्टा संबंध है जितना मार्केट में लोगों के पास चलता रहेगा उल्टा पैसा आरबीआई को दे देंगे तो इसको खर्च इसको भी हम मौद्रिक नीति में शामिल करते हैं तो क्वेश्चन आएगा क्या खुले बाजार की नीति मौद्रिक नीति का हिस्सा है एकदम हिस्सा है आप भी कहीं न कहीं खुले बाजार की नीति के तहत प्रतिभूति जरूर लिए हम लोग कहीं ना कहीं से इसका मतलब यह हुआ कि आरबीआई अपनी मौद्रिक नीतियों को जैसे ही कड़ा करें यह निश्चित करेंगी मार्केट की तरलता घट जाएगी और महंगाई घट जाइए जैसे आरबीआई अपने मौद्रिक नीतियों में डाल देगी तरलता बढ़ जाएगी और महंगाई बढ़ चाहिए यह सरलता से समग्र प्रतिभूति भी आप लोग समझ जाएंगे तो यह आरबीआई की जितनी भी मौद्रिक नीतियां 36 मौद्रिक नीति यहां थी प्रतिभूति बताएं आप लोगों वहां पर यह टोटली हो आपने इसको समझे होंगे इसके अलावा अगर आप प्रतिभूति बाजार को देखेंगे तो प्रतिभूति बाजार में भी आपका लेते स्टॉक मार्केट शेयर मार्केट हम यह शेयर मार्केट में भी आपको दोबारा का मिलेगा एक बीएससी मिलेगा बंबई स्टॉक एक्सचेंज एक मिलेगा नेशनल स्टॉक है अब यहां चाहिए कि सेंसेक्स में गया है कि निफ्टी में गया और यहां शेयर खरीदने में एक और गलती करेंगे हम लोग इक्विटी लिखेगा या फिर अ प्रेगनेंसी अब लेना पड़ेगा यहां पर तो शेयर मार्केट जो होता है स्टॉक मार्केट इसको समझ रखना बड़ा जरूरी होता है कि आप बियर साइड में जा रहे हैं या भूल जा रहे हिंदी में तेजड़ियों और मंदड़ियों करते हैं और इसका सीधा रिलेशन में जाकर सोना के लिए अब देखिए यह बढ़ेगा टैग्ड जाता है तो यह सब चीजों के बारे में चर्चा नेक्स्ट वीडियो में करेंगे और यह जितना बताएं आपको आरबीआई वगैरह कर आप इसको समझ गए होंगे आप एप्लीकेशन में इसका हम व पीडीएफ और नोट्स वगैरह सब देंगे आप लोगों को आप सब लोगों को बताया हम कोई बताए कि जब अपलोड एप्लीकेशन का बहुत इंतजार हो गए लाल का कहना है कि आप अपनी क्वेश्चन का वादा बजे कर रहे जैसे नेता वादा करते हैं सब देखिए एप्पल शुक्रवार में एक हम आपको बता देते उस पर क्लास स्टार्ट हो जाएगा 5 सितंबर को टीचर देख दिन क्योंकि एक अच्छा दिन होना चाहिए लेकिन एप्लीकेशन लांच कर देंगे हम किसी भी दिन पहले बता दो मैं आपको उस दिन फिर थोड़ा सा कम रहेगा हम पहले बताएं मिलेंगे नेक्स्ट वीडियो में तब तक के लिए जय

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